इसी माह अयन प्रकाशन (1/20, महरौली, नई दिल्ली - 110030, दूरभाष 011- 2664 5812, ई-मेल : ayanprakashan@rediffmail.com ) ने मेरा एक हिंदी ग़ज़ल संग्रह "पानी पर लिखे से" (ISBN: 978-81-7408-395-1) प्रकाशित किया है।
आशा है कि पाठक वर्ग को संग्रह पसंद आएगा।
दुनिया छोटी हो गयी है और आदमी ज्यादा मशरूफ. अब मिलने-जुलने हमबयानी हमसुखनियत के मौके कहाँ और कहाँ वह नज़र-ब-नज़र गुफ्तगू की ऐश. आइए कि कभी कभी यूं भी मिलें. आइये कि दोस्त बनें. कुछ मैं सुनूं, कुछ आप कहें.
1 comment:
हार्दिक बधाई
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